Friday 27 December, 2013

चिड़िया कितनी प्यारी है


चिड़िया कितनी प्यारी है
मुझको सुबह उठाती है.
मुरगी बोले कुकड़ू-कुकड़ू
कोयल गीत सुनाती है.

तोता बोली रटता है
चोरों को डर लगता है.
छत के ऊपर बैठा कौआ
सबका स्वागत करता है.

सबसे सीधी मैना है
आँगन में इठलाती है.
गौरैया भी खूब फुदकती

हर बच्चे को भाती है.


उमेश चौहान 
सम्पर्क: सी-II195, सत्य मार्ग, चाणक्यपुरी, नई दिल्ली110021 (मो. नं. +91-8826262223)


पूरा नाम: उमेश कुमार सिंह चौहान (यू. के. एस. चौहान)
जन्म: 9 अप्रैल, 1959 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ जनपद के ग्राम दादूपुर में।
शिक्षा: एम. एससी. (वनस्पति विज्ञान), एम.. (हिन्दी), पी. जी. डिप्लोमा (पत्रकारिता व जनसंचार)।

साहित्यिक गतिविधियाँ:

  • प्रकाशित पुस्तकें: गाँठ में लूँ बाँध थोड़ी चाँदनी (प्रेम-गीतों का संग्रह) - सत्साहित्य प्रकाशन, दिल्ली (2001), दाना चुगते मुरगे (कविता-संग्रह) - सत्साहित्य प्रकाशन, दिल्ली (2004), ‘अक्कित्तम की प्रतिनिधि कविताएं’  (मलयालम के महाकवि अक्कित्तम की अनूदित कविताओं का संग्रह) - भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली (2009),जिन्हें डर नहीं लगता (कविता-संग्रह) - शिल्पायन, दिल्ली (2009), एवं जनतंत्र का अभिमन्यु (कविता संग्रह) - भारतीय ज्ञानपीठ, नई दिल्ली (2012), मई 2013 से हिन्दी दैनिक समाचार-पत्र 'जनसंदेश टाइम्स' (लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी एवं गोरखपुर से प्रकाशित) में साप्ताहिक स्तम्भ-लेखन

  • संपादित पुस्तकें: 'जनमंच' (श्री सी.वी. आनन्दबोस के मलयालम उपन्यास 'नाट्टुकूट्टम' का हिन्दी अनुवाद) - शिल्पायन, दिल्ली (2013)

  • सम्मान: भाषा समन्वय वेदी, कालीकट द्वारा अभय देव स्मारक भाषा समन्वय पुरस्कार’ (2009) तथा इफ्को द्वारा राजभाषा सम्मान(2011)